नई दिल्ली
द्रौपदी मुर्मू बनी भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति ।भारत के इतिहास में पहली आदिवासी समाज का राष्ट्रपति पद पर प्रतिनिधित्व ।आखिरकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोंच कहे या राजनैतिक काबिलियत जिसके दम पर राष्ट्रपति चुनाव में पुरा विपक्ष धराशायी हो गया।वही मोदी जी ने इस चुनाव के द्वारा जिस प्रकार विपक्ष की हवा निकली।उससे स्पस्ट होता है की 2024 की पटकथा मोदी ने इस चुनाव में ही लिख दी।
एक साधरण परिवार में जन्मी मुर्मू ने अपने जीवन की पारी एक
अध्यापिका के तौर पर शुरू की थी ।उनके जीवन में जो त्रासदी आती गई उनका परिवार बिखर गया वह टूट गयी और डिप्रेशन में चली।फिर धीरे धीरे अपने आपको सम्भाला और आज भारत के सर्वोच्च पद पर आरूढ़ हुई।