Tahsil bighapur
चकबंदी विभाग का कारनामा । मामले में क्या दर्ज होगी एफआईआर ?
बीघापुर कला के विशनू की वरासत का मामला ।जिम्मेदार अधिकारियों पर कब होगी कार्यवाही ।
![](https://tvbharatvarsh.in/wp-content/uploads/2023/11/IMG_20231124_225503-780x470.jpg)
बीघापुर उन्नाव
उन्नाव जनपद के बीघापुर तहसील के चकबंदी विभाग का कारनामा ऐसा की आप भी सतर्क हो जाय ।अगर आपके गांव में चकबंदी चल रही है तो देखे रहिए कही आपकी पुरखों की जमीन किसी दूसरे को न मिल जाय ।
1975 में मृत्यु के बाद भी विशनू की वरासत क्यों नही हुई राजस्व अधिकारी क्यों नही दे रहे ज़बाब।
आखिर क्या है नियम वरासत का ?
नियम के अनुसार अब तो वरासत के लिए आनलाइन आवेदन की व्यवस्था है ।
मगर इसके पहले तक 1975 से राजस्व लेखपाल कितने आए होंगे और कितने चले गए होंगे मगर क्यों नही की विशनू की वरासत ?
चकबंदी विभाग ने भी 2022 में बिना जांच के कर दी वरासत।
जबकि सभी वारिस बीघापुर में ही करते है निवास ।
किस चकबंदी लेखपाल और कानून गो ने किया इतना बड़ा कारनामा ।
बीघापुर चेयरमैन का पैड भी लगा है फाइल में ।
चेयरमैन बीघापुर ने भी विशनू के वारिसानों में सिर्फ अमर किशोर को बताया वारिस ।
अमर किशोर के सगे भाई नंदकिशोर का भी नाम गायब ।
विशनू के पांच पुत्रों की जमीन अमर किशोर ने अकेले अपने नाम करा ली ।
सीओ चकबंदी ने वरासत आदेश को किया निरस्त ।
कार्यवाही के सवाल पर बचते नजर आए सीओ चकबंदी ।
विशनू का किसने बनाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र।
आखिर किसके इशारे पर हुआ करोड़ों की जमीन का खेल ।
अमरकिशोर ने वरासत के बाद जमीन का किया बैनामा ।पूरे मामले में चकबंदी विभाग सहित राजस्व विभाग के अधिकारी भी जिम्मेदार ।मामला गंभीर कब होगी जिम्मेदारों पर कार्यवाही और कब होगी एफआईआर ।