अधिकारियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि जनप्रतिनिधियों को गुमराह करने के लिए वो किसी भी सीमा तक जा सकते हैं।
जनप्रतिनिधियों की बातों को हल्के में लेना आज सिंचाई विभाग के अभियंता शैलेंद्र कुमार को भारी पड़ा उनका झूठ पकड़ा गया।
और विधायक आशुतोष शुक्ला मौके पर ही बैठ गए और उन्हें मौके पर बुलाया और जिस पुलिया को वह 15 दिन पहले बनने की बात बता रहे थे उसी पुलिया का आंखों देखा हाल उन्हें दिखाया जिसका निर्माण अभी भी नहीं हुआ था और जब विधायक आशुतोष शुक्ला ने फोन करके उनसे इसके बाबत कहा तो उन्होंने कहा कि उस पुलिया का निर्माण हो गया है ।
विधायक ने तुरंत उसी स्थान पर जहां पर टूटी पुलिया थी सिंचाई अभियंता शैलेंद्र कुमार सिंह को बुलाया जिनके साथ उप जिलाधिकारी बीघापुर और क्षेत्राधिकार बीघापुर भी पहुंची सिंचाई विभाग अभियंता द्वारा अपना झूठ पकड़े जाने पर कोई सफाई देते नहीं बनी वहीं विधायक और भविष्य में ऐसा दोबारा करने की न करने की हिदायत देते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही । विधायक आशुतोष शुक्ला ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का अनुशासित कार्य करता हूं जिसके साथ-साथ मैं जनता का सेवक भी हूं जनता की समस्याओं को उठाना मेरा प्रथम कर्तव्य है मैं जानता और किसानों के हितों के लिए संघर्ष करता रहूंगा चाहे मैं विधायक रहूं या ना रहूं।