स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से असंतुष्ट होकर विधान परिषद सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने अध्यक्ष विधान परिषद को संबोधित पत्र में कहा है कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित होने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद नैतिकता के कारण इस्तीफा देना है सही है ।
स्वामी की अखिलेश यादव को संबोधित जो चिट्ठी वायरल हो रही है उसमें मौर्या ने चिट्ठी अखिलेश सिंह को संबोधित करते हुए लिखा है आपके द्वारा स्वामी प्रसाद की समय न दिया जाना दर्शाया है और स्वामी के बयानों से समाजवादी पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया जिसके कारण भी वह व्यथित है।
जैसा कि स्वामी प्रसाद मौर्य की आदत है हिंदू देवी देवताओं पर विवादित बयान देने की वह जब तब विवादित बयान देते रहते है ।
जिस कारण समाजवादी पार्टी ने मौके की नजाकत देखते हुए उनके बयानों को निजी बताया था और पार्टी को उनके बयानों से अलग कर लिया था इससे स्वामी नाराज चल रहे ।स्वामी ने नई पार्टी भी बना ली ।स्वामी की इस नाटक बाजी को ओमप्रकाश राजभर की नकल करते देखा जा रहा है ।राजनैतिक जानकारों का कहना है कि स्वामी भाजपा में जाना चाहते है जिसके लिए यह नौटंकी कर रहे है