मुंबई 2008 आतंकी हमला : मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों का मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से आ रहा है भारत ।
Munesh Kumar Shukla Thu, Apr 10, 2025
नई दिल्ली
सफाई देने लगा पाकिस्तान तहव्वुर राणा से हमारा कोई लेना देना नहीं, वह कनाडाई नागरिक है

मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से दिल्ली लाया जा रहा है।
इस बीच पाकिस्तान ने राणा से पल्ला झाड़ते हुए उसकी नागरिकता और संबंधों से खुद को अलग कर लिया है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा,
तहव्वुर राणा ने पिछले दो दशकों में अपने पाकिस्तानी दस्तावेजों का नवीनीकरण नहीं कराया है।
हमारा उससे कोई लेना देना नहीं है। वह अब कनाडा का नागरिक है।
राणा एक पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक है। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि राणा के पाकिस्तानी सेना और ISI से गहरे रिश्ते रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान को इस बात की चिंता है कि भारत में पूछताछ के दौरान राणा कहीं 26/11 हमलों में पाकिस्तान की संलिप्तता को उजागर न कर दे।
राणा को 2008 में हुए मुंबई हमलों की साजिश रचने का मुख्य आरोपी माना जाता है। अमेरिका से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे भारत लाया जा रहा है। जेल सूत्रों के मुताबिक, तहव्वुर राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल की हाई-सिक्योरिटी वॉर्ड में रखा जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय अदालत के आदेश पर निर्भर करेगा।
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में 166 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे। इस हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया गया था, और राणा पर हमले की योजना में मदद करने का आरोप है।
भारत अब राणा से पूछताछ के जरिए उस साजिश की परतें खोलना चाहता है, जिसमें पाकिस्तान की भूमिका लंबे समय से संदेह के घेरे में रही है। राणा की भारत में मौजूदगी से जांच एजेंसियों को इस मामले में नई जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
इसी घटनाक्रम को लेकर देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाई आपात बैठक।

26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर हसन राणा के भारत आने से पहले गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक हुई है। बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर और NSA अजीत डोभाल शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि बैठक में राणा को सुरक्षित जेल पहुंचाने, किस जेल में उसे रखा जाए और उसे सजा दिलाने के लिए कदम उठाने पर रणनीति बनी है।
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